जानिए शिवलिंग पर जल कब-कब नहीं चढ़ाना चाहिए?
शिवजी को प्रसन्न करने के लिए बहुत से भक्त बहुत प्रकार से उपाय करते रहते है अपने उपाय आजमाते है। शिवलिंग पर जल चढ़ाना बहुत ही शुभ माना जाता है।
शिवलिंग पर जल कई धार्मिक, आध्यात्मिक और सामाजिक मान्यताओं के अनुसार एक विशेष तरह से चढ़ाया जाता है। इसके साथ ही, कुछ स्थितियाँ और परिस्थितियाँ होती हैं जब शिवजी पर जल नहीं चढ़ाना चाहिए। यहाँ कुछ ऐसे समय और परिस्थितियाँ हैं जब शिवजी पर जल चढ़ाना अधिक उपयुक्त नहीं होता है: कुछ आध्यात्मिक संप्रदायों में कई नियम होते हैं जो निर्धारित करते हैं कि कब और कैसे शिवलिंग पर जल चढ़ाना चाहिए। इन नियमों का पालन करना उपयुक्त होता है।
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- शाम को जल न चढ़ाना : शिवजी पर कभी भी सूरज डूबने के बाद जल नहीं चढ़ाना चाहिए, इस टाइम शिवलिंग पर जल चढ़ाना बहुत ही अशुभ माना जाता है।
- पीरियड के दौरान: वैसे तो महिलाये पीरियड के टाइम पूजन नहीं करती है, लेकिन धोखे से भी इस टाइम जल नहीं चढ़ाना चाहिए।
- आभूषण और अभिषेक के तुरंत बाद न चढ़ाना: शिवजीपर जल नहीं चढ़ाना चाहिए जब व्यक्ति ने आभूषण और अभिषेक के तुरंत बाद जल को चढ़ाने का निर्णय किया हो। इसे समय दें ताकि शिवलिंग सही ढंग से प्रतिष्ठित किया जा सके।
- अशुद्ध अवस्था में न चढ़ाना: अशुद्ध अवस्था में या गंदगी के साथ शिवलिंग पर जल नहीं चढ़ाना चाहिए। व्यक्ति को साफ-सुथरे होने का ध्यान रखना चाहिए।
- कैसे चढ़ाये जल: शिवजी पर जल चढ़ाते समय ध्यान रखे की उसमे किसी भी तरह की कोई भी सामग्री नहीं होनी चाहिए। शिवलिंग पर शुद्ध जल ही चढ़ाना चाहिए।
- ये विभिन्न समय और परिस्थितियाँ हैं जब शिवजीपर जल नहीं चढ़ाना चाहिए। यह आध्यात्मिक संज्ञा, संस्कृति और धर्म संबंधी मान्यताओं का पालन करने का एक हिस्सा है।
- खड़े होकर जल न चढ़ाये: कभी भी खड़े होकर जल नहीं चढ़ाना चाहिए , अगर आप खड़े होकर जल चढ़ाते है तो बहुत ही अशुभ माना जाता है और इसका आपको फल भी नहीं मिलता है।
- कब चढ़ाना चाहिए जल: शिवजी पर जल चढ़ाने सबसे अच्छा टाइम सुबह का माना जाता है। सुबह के 5 बजे से लेकर 11 बजे तक का टाइम जल चढ़ाने के लिए सबसे अच्छा टाइम माना जाता है।
- गर्भवती स्त्रियों के लिए: गर्भवती महिलाओं को शिवजी पर जल चढ़ाने से बचना चाहिए। यह पुराने धार्मिक आदर्शों के अनुसार माना जाता है कि गर्भवती स्त्रियों को किसी भी तरह का श्राप लग सकता है और शिवलिंग पर जल चढ़ाना उन्हें और उनके गर्भ को किसी प्रकार की अशुभता में डाल सकता है।
यदि आप किसी विशेष स्थिति में हैं और शिवलिंग पर जल चढ़ाने के बारे में समझ नहीं पा रहे हैं, तो एक धार्मिक गुरु या पंडित से परामर्श करना उचित होगा। इन हालातो में शिवलिंग पर जल नहीं चढ़ाना चाहिए।