इसरो का दावा 7 जनवरी तक पहुंचेगा आदित्य एल 1 पॉइंट तक
इसरो के वैज्ञानिको ने दावा किया है की भारत देश का पहला सूर्य मिशन आदित्य एल 1 अपने प्वाइंट तक पहुंच गया है। इसरो प्रमुख ने मिशन की जानकारी देते हुए बताया की 7 जनवरी तक आदित्य के एल 1 प्वाइंट तक पहुंचने की उम्मीद है। एल1 (लैग्रेंज प्वाइंट) स्पेस की वो जगह है जिदर हमारी पृथवी और सूर्य की ग्रेविटी ( गुरुत्वाकर्षण बल ) जहाँ एक जैसी होती है। स्पेस ( अंतरिक्ष ) में एल 1 प्वाइंट का इस्तेमाल अंतरिक्षयान द्वारा उपयोग हुए ईंधन की खपत को कम करने के लिए होता है।
सूर्य के रहस्यों को और अच्छे से समझने के लिए भेजे गए आदित्य एल 1 पर भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) के अध्यक्ष एस. सोमनाथ का कहना है की आदित्य अपनी अंतिम स्टेज पर है। लैग्रेंज प्वाइंट 1 (एल-1) की दाखिल होने की कार्यवाही सात जनवरी तक पूरी होने की उम्मीद है।
सूर्य मिशन कब लॉन्च किया गया।
आदित्य एल1 को श्रीहरिकोटा के सतीश धवन अंतरिक्ष केंद्र से 2 सितम्बर को लॉन्च किया गया था। सोलर-अर्थ सिस्टम में पांच लैग्रेंज प्वाइंट्स देखने को मिलते है। वही आदित्य एल 1 पहुंचने की प्रक्रिया में है। यह सूर्य मिशन पुरे पांच साल है जिसमे आदित्य एल 1 पांच सालो तक सूर्य के रहस्यों के बारे में जानेगा। सूर्य -पृथिवी की एल 1 प्वाइंट पृथिवी से 15 लाख किलोमीटर की दूरी पर है। इसरो के वैज्ञानिको की माने तो ‘आदित्य’ में 7 पोलोड लगे है। जिसका मतलब आदित्य सौर वायुमंडल की अस्थिति, पृथिवी के आस पास के स्पेस के मौसम और सीएमई का भी अध्यन्न करेगा।
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सीएमई ( कोरोनल मास इजेक्शन) या आसान शब्दों में कहे तो सौर मंडल के बारे में भी आदित्य जानकारी देगा। सौर कंपन की वजह से बहुत बार उपग्रहों में भी नुकसान देखा जा चूका है। आदित्य एल 1 से हमे और कई तारो के बारे में भी जानकारी मिल सकती है। आदित्य एल 1 की सफलता देखकर पूरा देश आज इसरो पर गर्व कर रहा है। आदित्य एल 1 का यह कदम इतिहास के पन्नो में सुनहरे अक्षरों में दर्ज़ होगा।