कुछ दिन पहले यह मामला सामने आया था जिसमें google ने कुछ भारतीय ऐप्स को प्लेस्टोर से हटाने के लिए कहा था। जिसमें कुछ जाने-माने नाम जैसे naukri.com, shadi.com, bharatmatrimony.com आदि शामिल हैं। Google की पॉलिसी से ऐप्स कंपनियों के मालिकों ने नाराजगी जताई है।
सरकार ने गूगल के फैसले पर जताई आपत्ति– माना जा रहा है कि गूगल की बिलिंग नीतियों में नाकामी के चलते गूगल ने बाकी कंपनियों को भी चेतावनी दी थी। और आखिरकार जब बात नहीं बनी तो गूगल ने कंपनियों के खिलाफ कार्रवाई करते हुए इन ऐप्स को प्लेस्टोर से हटा दिया। जिसके बाद मामला सरकार तक पहुंचा, जिससे सरकार नाखुश नजर आई। गूगल के इस फैसले पर सरकार ने सख्त रवैया दिखाया और आपत्ति जताते हुए कहा कि ऐप्स हटाने की इजाजत नहीं दी जाएगी.
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गूगल ने लौटाए ऐप्स– जब खबर आई कि गूगल ने 10 भारतीय ऐप्स को हटाने का फैसला किया है, तो इसके बाद सरकार ने मामले को सही तरीके से सुलझाने के लिए गूगल और ऐप्स के डेवलपर्स के साथ बैठक करने का फैसला किया. इस मामले में अपनी राय देते हुए केंद्रीय दूरसंचार मंत्री अश्विनी वैष्णव ने कहा कि सरकार गूगल के फैसले पर कड़ा रुख अपनाएगी और ऐप्स हटाने की इजाजत भी नहीं दी गई है. इसके बाद गूगल ने ऐप्स हटाने का फैसला वापस ले लिया।
आलोचना का सामना करना पड़ा– गुरुवार को जब गूगल ने अपने फैसले का ऐलान किया और 10 बैन ऐप्स की लिस्ट जारी की तो उसके बाद सरकार के साथ ऐप्स के सीईओ और डेवलपर्स ने इस फैसले की कड़ी आलोचना शुरू कर दी. कई लोगों ने गूगल की आलोचना की. इसके बाद कुकू एफएम के सीईओ लाल चंद्र बिशु ने एक्स प्लेटफॉर्म (ट्विटर) पर पोस्ट कर कहा कि गूगल का फैसला गलत है। Naukri.com और 99acres के संस्थापक संजीव बिखचंदानी ने Google के फैसले की आलोचना की।